शिक्षा मंत्री ने ‘थुन्दल की हारूल’ गीत किया जारी

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शिक्षा मंत्री ने ‘थुन्दल की हारूल’ गीत किया जारी
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शिक्षा मंत्री ने ‘थुन्दल की हारूल’ गीत किया जारी

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज यहां जिला सिरमौर के संगड़ाह के डुंगी गांव से संबंध रखने वाले गायक दिनेश शर्मा का नया पहाड़ी गीत ‘थुन्दल की हारूल’ जारी किया। यह गीत जिला शिमला के चौपाल विधानसभा क्षेत्र के पुलवाहल के प्राचीन ग्राम थुन्दल की लगभग 800 वर्ष पुरानी लोक गाथा पर आधारित है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस तरह की पहल हमारी समृद्ध संस्कृति के संरक्षण, संवर्धन और हमारे गरिमामयी इतिहास को संजोए रखने में महत्त्वर्पूण भूमिका निभाती है। रोहित ठाकुर ने कहा कि उनके पूर्वज भी थुन्दल गांव से संबंध रखते थे और इस गीत के माध्यम से उन सभी के पलायन की कहानी सहित अन्य ऐतिहासिक गाथाओं को जीवंत बनाए रखने के सराहनीय प्रयास किए गए हैं। इसके माध्यम से पुरातन लोक संस्कृति, इतिहास और लोगों के रहन-सहन व रीति-रिवाजों की झलक मिलती है।
रोहित ठाकुर ने मीना राम संघाईक की शब्द रचना को हारूल के रूप में गाने के लिए दिनेश शर्मा और इसे संगीतबद्ध करने के लिए दिनेश डीके सहित कठवार ग्रामवासियों को बधाई दी।
इस गीत के माध्यम से लगभग 800 वर्ष पुरानी लोकगाथा को लोगों तक पहुंचाने का प्रयास किया गया है। यह गीत प्राचीन ग्राम थुन्दल पर आधारित है। यह समृद्ध एवं विशाल गांव थुन्दल की एक वीर गाथा है, जिसके मुख्य नायक गांव के मुखिया बिदन है, जिनका विवाद तत्कालीन राजा के साथ होता है। विवाद का मुख्य कारण मुखिया का लगान (किस्ता) देने से मना करना है। विवाद बढ़ते-बढ़ते भयंकर युद्ध का रूप लेता है। लोकगाथा के अंत में राजा की सेना के द्वारा युद्ध के दौरान ही गांव को आग लगा दी जाती है। इसके उपरांत थुन्दल निवासियों का पलायन दूर जुब्बल क्षेत्र के बरथाटा, सिरमौर के कठवार व अन्य क्षेत्रों में होता है। क्षेत्र के लोग सैकड़ों वर्षों से इस लोकगाथा को गाते हैं।

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शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज यहां जिला सिरमौर के संगड़ाह के डुंगी गांव से संबंध रखने वाले गायक दिनेश शर्मा का नया पहाड़ी गीत ‘थुन्दल की हारूल’ जारी किया। यह गीत जिला शिमला के चौपाल विधानसभा क्षेत्र के पुलवाहल के प्राचीन ग्राम थुन्दल की लगभग 800 वर्ष पुरानी लोक गाथा पर आधारित है।

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