महासचिब पवन कालिया ने एक प्रैस विज्ञप्ति में कहाकि भाजपा के नेता साढ़ेचार वर्षों में आपस में नूरी कुश्ती ही लड़ते रहे और ढटवाल क्षेत्र की 22 पंचायतों की लगभग 40 हजार आबादी के लिए बिझड़ी में न मिनी सेक्ट्रेट, न सब डिवीजन लोकनिर्मान बिभाग,न सबडिवीज आईपीएच,की कई वर्षों से हमारी माँग को पूरा करबा सके। एक मात्र लोकनिर्मान बिभाग के विश्राम गृह बिझड़ी में एक कमरा तक नहीं बना पाय।ढटवाल क्षेत्र में पिछले काफी अर्से से पीने के पानी की समस्या से निजात दिलाने के लिये 99 गांब की सक्क़ीम जो चकमोह में बनी थी अब हाँफ रही है उस सक्क़ीम पर ज्यादा लोड से लोगों कोअब काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है लोगों को सप्ताह में कहीं एक तो कहीं दो दिन ही पानी मिलता है।
और गर्मियों में तो पानी नसीब ही नहीं होता।पिछले साढ़ेचार वर्षों में इसे बड़ी करने पर भाजपा सरकार ने कुछ नहीं किया।भाजपा का ये नारा भी झूठा साबित हुआ कि हर घर नल नल तो हर घर हो गया पर पानी नहीं मिला।नारा ये होना चाहिये था कि हर घर जल ताकि लोगों को जल मिलता।कालिया ने कहाकि लोगों की समस्याओं की ओर ध्यान देने की बजाय बड़सर के नेता आपस में नूरी कुश्ती लड़ते रहे और ढटवाल कि जनता के लिये कुछ खास नहीं कर सके।लेकिन आने बाले चुनाबों में नूरी कुश्ती लड़ने बाले नेताओं को क्षेत्र की जनता सबक जरूर सिखायेगी।