हाइपरलूप: एक क्रांतिकारी विचार
2013 में, एलन मस्क ने हाइपरलूप का प्रस्ताव रखा — एक उच्च-गति परिवहन प्रणाली जो कम दबाव वाले ट्यूबों में मैग्लेव तकनीक का उपयोग करके यात्रियों और माल को 760 मील प्रति घंटे (लगभग 1,220 किमी/घंटा) की गति से ले जाने में सक्षम होगी। इस प्रणाली का उद्देश्य पारंपरिक परिवहन विधियों की तुलना में अधिक तेज़, सुरक्षित और ऊर्जा-कुशल समाधान प्रदान करना था।
हाल की प्रगति और चुनौतियाँ

1. दुबई लूप परियोजना
फरवरी 2025 में, एलन मस्क की बोरिंग कंपनी ने दुबई की रोड एंड ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी के साथ दुबई लूप परियोजना के लिए एक प्रारंभिक समझौता किया। यह परियोजना दुबई के सबसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों को कवर करेगी, जिससे शहरी परिवहन में क्रांति आ सकती है।
2. ट्रांसअटलांटिक हाइपरलूप प्रस्ताव
एलन मस्क ने न्यूयॉर्क और लंदन के बीच एक $20 बिलियन अंडरसी हाइपरलूप टनल का प्रस्ताव दिया है, जो यात्रा समय को 54 मिनट तक कम कर सकता है।
3. वैश्विक प्रतिस्पर्धा
दुनिया भर में विभिन्न देश हाइपरलूप तकनीक में निवेश कर रहे हैं। दक्षिण कोरिया ने “K-Hypertube” परियोजना शुरू की है, जो 746 मील प्रति घंटे की गति तक पहुंचने का लक्ष्य रखती है।
"2013 में, एलन मस्क ने हाइपरलूप का प्रस्ताव रखा — एक उच्च-गति परिवहन प्रणाली जो कम दबाव वाले ट्यूबों में मैग्लेव तकनीक का उपयोग करके यात्रियों और माल को 760 मील प्रति घंटे (लगभग 1,220 किमी/घंटा) की गति से ले जाने में सक्षम होगी। इस प्रणाली का उद्देश्य पारंपरिक परिवहन विधियों की तुलना में अधिक तेज़, सुरक्षित और ऊर्जा-कुशल समाधान प्रदान करना था।
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भविष्य की दिशा
हालांकि हाइपरलूप तकनीक में कई चुनौतियाँ हैं, जैसे उच्च लागत, तकनीकी जटिलता और सुरक्षा चिंताएँ, लेकिन एलन मस्क और उनकी कंपनियाँ इस अवधारणा को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यदि सफल होता है, तो हाइपरलूप वैश्विक परिवहन के परिदृश्य को पूरी तरह से बदल सकता है।