शिमला—धर्मशाला नेशनल हाईवे पर मंगरोट में गुरुवार को तनाव का माहौल रहा। स्थानीय निवासी राजनकांत शर्मा ने अपनी 13 बिस्वा जमीन का मालिकाना हक पाने के लिए हाईवे पर पत्थर और झाड़ियां रखकर यातायात को एकतरफा कर दिया। इससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
राजनकांत का कहना है कि उनकी जमीन नेशनल हाईवे के दायरे में आती है, जिसका मुआवजा या कब्जा उन्हें अभी तक नहीं मिला। उन्होंने प्रशासन को एक सप्ताह का समय दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने यह कदम उठाया। राजनकांत ने बताया, “मैंने कई बार राजस्व विभाग से निशानदेही करवाई, फिर भी मुझे मेरी जमीन नहीं मिली। इससे मेरा रोजगार ठप हो गया है, और परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है।”

उन्होंने सरकार, प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से गुहार लगाई कि उनकी जमीन का मसला जल्द हल किया जाए, ताकि वह अपने काम-धंधे शुरू कर सकें। राजनकांत ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो वह आगे की रणनीति बनाएंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग पर मनमानी का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है।
प्रशासन और लोक निर्माण विभाग से अपील है कि इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप कर राजनकांत को उनका हक दिलाया जाए, ताकि वह और उनका परिवार सम्मानजनक जीवन जी सके।
"शिमला—धर्मशाला नेशनल हाईवे पर मंगरोट में गुरुवार को तनाव का माहौल रहा। स्थानीय निवासी राजनकांत शर्मा ने अपनी 13 बिस्वा जमीन का मालिकाना हक पाने के लिए हाईवे पर पत्थर और झाड़ियां रखकर यातायात को एकतरफा कर दिया। इससे वाहन चालकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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