सोलन, हिमाचल प्रदेश (Solan, Himachal Pradesh) में सोमवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण सत्र (One Day Training Session) का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य Panchayat Development Index Portal (PAI 2.0) के माध्यम से ग्राम पंचायतों को सशक्त बनाना था। यह कार्यशाला खंड विकास अधिकारी (Block Development Officer) श्री रमेश कुमार शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई।
प्रशिक्षण का उद्देश्य (Objective of the Training)

इस सत्र का मुख्य उद्देश्य पंचायत प्रतिनिधियों और संबंधित अधिकारियों को PAI 2.0 Portal की कार्यप्रणाली, उद्देश्य, और इसकी उपयोगिता से अवगत कराना था। यह पोर्टल rural development, data-driven planning, और SDG-based monitoring को बढ़ावा देता है, जिससे ग्राम पंचायतों को अपनी वर्तमान स्थिति का विश्लेषण कर भविष्य की बेहतर योजना बनाने में मदद मिलती है।
PAI 2.0 क्या है? | What is PAI 2.0?
Panchayat Development Index (PAI 2.0) एक digital dashboard है जिसे भारत सरकार ने ग्राम पंचायतों की प्रगति को मापने और उसे ट्रैक करने के लिए विकसित किया है। इस पोर्टल के माध्यम से पंचायतें अपने विकास संबंधी कामों का मूल्यांकन कर सकती हैं जैसे:
- शिक्षा (Education)
- स्वास्थ्य सेवाएं (Healthcare Services)
- जल आपूर्ति (Water Supply)
- साफ-सफाई (Sanitation)
- सड़क और बुनियादी ढांचा (Infrastructure Development)
- महिला और बाल कल्याण (Women & Child Welfare)
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मुख्य विशेषताएं (Key Features of the Portal):

- Real-time Data Tracking: पोर्टल पंचायत के विकास कार्यों का डेटा रीयल-टाइम में दिखाता है।
- User-Friendly Interface: इसका इंटरफेस उपयोगकर्ता के अनुकूल (user-friendly) है, जिससे ग्राम प्रधान और सचिव आसानी से इसका उपयोग कर सकते हैं।
- SDG Mapping: यह पोर्टल Sustainable Development Goals (SDGs) के साथ समन्वय करता है।
- Performance Monitoring: पंचायतों की रैंकिंग और प्रदर्शन को दर्शाता है, जिससे उन्हें सुधार का मौका मिलता है।
प्रशिक्षण में भाग लेने वाले (Who Attended?)
- ग्राम पंचायतों के Pradhan (Head of Panchayats)
- पंचायत सचिव (Panchayat Secretaries)
- संबंधित विभागों के अधिकारी
- ब्लॉक स्तरीय कर्मचारी
उन्हें पोर्टल के उपयोग, उसके डेटा एंट्री प्रोसेस, डैशबोर्ड एनालिटिक्स, और मासिक प्रगति रिपोर्ट बनाने की विधि बताई गई।
अधिकारियों का वक्तव्य (Statements by Officials)
खंड विकास अधिकारी रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि PAI 2.0 portal न केवल ग्राम पंचायतों को खुद की स्थिति समझने में मदद करता है, बल्कि यह उन्हें अपने क्षेत्र में प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान करने और evidence-based decision making में समर्थ बनाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह पोर्टल gram panchayat digital empowerment का एक प्रमुख साधन बनेगा।